शैक्षणिक प्रशासन विषय पर सात दिवसीय लघु पाठ्यक्रम का उद्घाटन

शैक्षणिक प्रशासन विषय पर सात दिवसीय लघु पाठ्यक्रम का उद्घाटन महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर के मानव संसाधन विकास केंद्र द्वारा आयोजित


महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर के मानव संसाधन विकास केंद्र द्वारा *शैक्षणिक प्रशासन* विषय पर सात दिवसीय लघु पाठ्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर नरेश दाधीच ने कहा कि पहले विश्वविद्यालयों को पूर्ण रूप से शैक्षणिक, आर्थिक व प्रशासनिक स्वायत्तता थी,  जिससे कॉलेज के प्राचार्य अथवा विश्वविद्यालयों के कुलपतियो को शैक्षणिक उन्नयन हेतु प्रशासनिक निर्णय लेने की स्वायत्तता होती थी !लेकिन अब यह मॉडल बदल गया है अब शिक्षण संस्थानों में ब्यूरोक्रेसी व राजनीतिक हस्तक्षेप काफी हद तक बढ़ गया है!  प्रोफेसर दाधीच ने कहा कि एक शिक्षक का प्रशासनिक व्यवहार  ब्यूरोक्रेट से भिन्न होता है ! ऐसे माहौल में शैक्षणिक संस्थानों का प्रशासनिक प्रबंधन किस प्रकार किया जाए यही सिखाने हेतु यूजीसी द्वारा उक्त पाठ्यक्रम निर्धारित किया गया है! प्रोफेसर दाधीच ने भी कहा कि यदि हम किसी विषय को विज्ञान विषय की भांति तर्क के साथ पढ़ाएंगे तो विद्यार्थी इसे जल्दी से समझ पाते है, उन्होंने यह भी कहा कि उच्च शिक्षा में नैतिक व सांस्कृतिक मूल्य आधारित पाठ्यक्रम भी आज के समय की महत्ती आवश्यकता है और जिसकी कमी के कारण धार्मिक उन्माद बढ़ रहे हैं । कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मदस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आरपी सिंह ने कहा कि  उन्ही शिक्षकों का सर्वत्र सम्मान होता है जो नवीन, तार्किक  ज्ञान के साथ  निरंतर कक्षाओं में पढ़ाते हैं